भगवान की भक्ति बड़ी या ज्ञान बड़ा ? 
                                   अरे भक्ति रस रूपा होती है , भक्ति बड़ी है , और ज्ञान ? ज्ञान में बड़ा छोटा ही नहीं होता …..जय जय ….ज्ञान तो ज्ञान है उसमे बड़ा छोटा नहीं होता …ये भक्ति है उसका भी ज्ञान तो साक्षी है … ज्ञान के बिना भक्ति किसकी करोगे ? कैसे करोगे ? भक्ति रसमय है उसका भी तो ज्ञान है , ज्ञान तो ज्ञान है बड़ा छोटा नहीं होता ……. ऐसे अनुभव की वाणी समझने के लिए तपस्या करनी पड़ती है …….