मोसंबी
का रस
यह
बल व रक्त वर्धक, शक्तिदायक एवं रोगप्रतिकारक शक्ति
बढ़ानेवाला है। बीमार लोगों के लिए मोसंबी अमृत के
समान है।
शरीर
थकने व मन के ऊब जाने पर मोसंबी अथवा इसके रस का सेवन करें तो थकान,बेचैनी दूर होकर स्फूर्ति व प्रसन्नता
बढ़ती है। मोसंबी का रस यकृत, आँतों तथा पाचनतंत्र को शुद्ध करके
उन्हें सतेज बनाता है।
मोसंबी
चूसने से दाँतों की सफाई होती है व भोजन सरलता से पचता है। सर्दी - जुकामवालों को मोसंबी का रस
हलका गर्म करके उसमें २ - ४ बूँद अदरक के रस की डालकर पीना चाहिए।
रस की मात्रा : २५० - ५०० मि.ली.
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