धर्म राज्य की स्थापना और हिन्दू राष्ट्र घोषित करने में किससे हिचकिचा रहे हैँ भारत के राजनेता? अन्य 56 मुस्लिम देशो जो स्वयं को इस्लामिक देश घोषित कर चुके है, फिर किस मुँह से बोलेगे की भारत को धर्मनिर्पेक्ष घोसित करो। भारत के मुसलमानों के लिए तो अपनी जनसँख्या का 20% जमीन पाकिस्तान ले चुके हैँ। किसी ने मुसलमानों को भारत में रहने के लिए जबरदस्ती नहीं रोका। जो यहाँ है उनके हिस्से की जमीन तो पाकिस्तान में है। संयुक्त राष्ट्र संघ से -UNO पहले 56 मुस्लिम देशो और 112 ईसाई देशो को ''सेकुलर(धर्मनिर्पेक्ष)'' घोषित कराये फिर भारत के बारे में कुछ भी कहने का अधिकार मिलेगा। मानवाधिकार आयोग -पहले मुस्लिम देशो में नर संहार, छोटी बच्चियों से निकाह के बहाने रेप को रोके। फिर भारत के बारे मेँ कुछ बोले। भारत सम्पूर्ण पृथ्वी भर मेँ अध्यात्म का एक मात्र केँद्र हैँ। भारत भूमि सनातन धर्म के ऋषि मुनियोँ की विरासत है। इस धरा पर समय समय पर भगवान अवतार लेते हैँ। इसलिए भारत के अध्यात्मिकता और सनातन धर्म की रक्षा करना सबका परम कर्तव्य है। फिर इन कट्टरपंथी धर्माँधोँ को अपनी सर्वशेष्ठ संस्कृति जो हमारे पूर्वजोँ द्वारा संजो कर बनाए गये अध्यात्मिक भारत के अमूल्य धर्म को इन दुष्ट बुद्धि के लोगोँ द्वारा नष्ट करवाना कितना उचित है? जागो वीर सनातन धर्मियोँ कब तक धर्मनिर्पेक्षता की चादर ओढे सोते रहोगे? उठो रक्षा करो अपनी सनातन संस्कृति की !