सद्गुरु - जो जीवन में शिक्षा देता है वह गुरु है, जो जीवन ही बदल के रख देता है वह सद्गुरु है। जो वाह्य संसार का ज्ञान देता है वह गुरु है, जो अन्तः संसार ही बदल कर रख देता है वह सद्गुरु है। जो ॐ भूर्भुवः स्वः सा व्यापक है वह सद्गुरु है, जो एक समय में जल थल नभ् में विद्यमान है वह सद्गुरु है। जो कारण शरीर का चिकित्सक है वह सद्गुरु है, जो अध्यात्म विद्या का मर्मज्ञ है वह सद्गुरु है। जो शिष्य की चेतना को विस्तार दे वह सद्गुरु है, जो मन से भ्रम निकाल दे वह सद्गुरू है। जो शिष्य को निखार दे वह सद्गुरु है, जो भव सागर से पार कर दे वह सद्गुरु है। अज्ञान के अंधकार को मिटा दे वह सद्गुरु है, जो जीवन को जो नई परिभाषा दे वह सद्गुरु है। जो स्वार्थ को मिटा परमार्थ भाव जगा दे वह सद्गुरु है, जो जीवन जीना सिखा दे वह सद्गुरु है। जो सत्य की परिभाषा है वो मेरा सद्गुरु है, वेदमूर्ति तपोनिष्ठ जो वो मेरा सद्गुरु है। सतयुग की वापसी जिसका लक्ष्य है वो मेरा सद्गुरु हैं, शिष्य में करता देवत्व जागृत वो मेरा सद्गुरु है। सद्गुरु के चरणों में प्रणाम। गुरुपूर्णिमा की सबको बधाई। ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ