सच.......... जो आप तक पहुँच न सका।
                   आशाराम जी बापू पर आरोप लगाने वाली सूरत की महिल ने गांधीनगर कोर्ट में एक अर्जी डालकर बताया कि उसने धारा 164 के अंतर्गत (बापू जी के खिलाफ) पहले जो बयान दिया था वह डर और भय के कारण दिया था। अब वह 164 के अंतर्गत दूसरा बयान देकर केस का सत्य उजागर करना चाहती है।
मेडिकल रिपोर्ट ने दी बापू को क्लीन चिट
              जोधपुर केस में लड़की का मेडिकल करने वाली दिल्ली के लोकनायक अस्पताल की गायनेकोलोजिस्ट डॉक्टर शैलजा वर्मा ने अदालत में दिये बयान में स्पष्ट रूप से कहा कि मेडिकल के दौरान लड़की के शरीर पर रत्तीभर भी खरोंच के निशान नहीं थे और न ही  प्रतिरोध के कोई निशान थे।"
यह केस तो तुरन्त रद्द होना चाहिए - सुप्रसिद्ध न्यायविद् डॉक्टर सुब्रमण्यम स्वामी।
                 "लड़की के टेलिफोन रिकॉर्डस के पता लगा कि जिस समय पर वह कहती है कि वह कुटिया में थी, उस समय वह वहाँ थी ही नहीं ! उसी समय बापू जी सत्संग में थे और आखिर में मँगनी के कार्यक्रम में व्यस्त थे। वे भी वहाँ कुटिया में नहीं थे। यह केस तो तुरन्त रद्द होना चाहिए।"
यह केस भी उसी षड्यंत्र की कड़ी है
श्री उदय सांगाणी
जोधपुर सत्र न्यायालय में श्री उदय सांगाणी ने षड्यंत्र की सच्चाई न्यायालय के सामने रखते हुए हो जो बयान दिये, उसके मुख्य अंशः
षड्यंत्र के सूत्रधार व उनकी चाल
              8 अगस्त 2008 को षड्यंत्रकारियों ने आश्रम में बापू जी के नाम फेक्स किया कि 'हमें 50 करोड़ रूपये दो अन्यथा तुम और तुम्हारा परिवार जेल की हवा खाने को तैयार हो जाओ। बनावटी मुद्दे तैयार हैं, तुम्हें पैसों की हेराफेरी में, जमीनी एवं लड़कियों के झूठे केसों में फँसायेंगे।'
                  उसके बाद कई बार ऐसे प्रयास किये गये, कई लड़कियों को भी भेजा गया पर उनके  प्रयास असफल रहे। यह केस भी उसी षड्यंत्र की एक कड़ी है।
                उपरोक्त धमकी देने वाले लोगों तथा धर्मांतरणवालों ने एकजुट होकर आश्रम के विरुद्ध षड्यंत्र किया।
षड्यंत्र की खुली पोल
            षड्यंत्रकारियों द्वारा किस प्रकार से लड़कियों को तैयार किया जाता है और क्या-क्या षड्यंत्र चल रहे हैं, उसका स्टिंग ऑपरेशन देखें इस लिंक पर https://goo.gl/sjfqid