हे
भारत की नारी ! अपनी महिमा में जाग
-: पूज्य संत श्री
आशारामजी बापू का संदेश :-
हे भारत की नारी
! अपनी महिमा में जाग
हे भारत की माताओं , बेटियों
! तुम अपनी महिमा में जागो। हिम्मत करो ।
सिनेमा ( चलचित्र ) देखकर या 'डिस्को' नृत्य करके अपनी
जीवनशक्ति नष्ट करनेवालों को वह भले मुबारक
हो किंतु तुम तो भारत की शान हो ।
हे माताओं- बहनों- बेटियों ! तुम फिर से अपनी आध्यात्मिक शक्ति जगाओ। यहाँ
तक कि ब्रह्मा - विष्णु- महेश भी माँ अनुसूया के द्वार पर भिक्षा माँगने पधारे थे।
जो महानता अनुसूया में थी वही महानता बीजरूप में तुम्हारे अंदर भी छुपी है । हे भारत की नारी ! तू तो महान है!
तुझमें नारायण स्वरूप छिपा है ।
कई स्त्रियों ने ऋषिपद को पाया है। मदालसा, जीजाबाई, रानी चूड़ाला दीर्घतपा की पत्नी जैसी आदर्श चरित्रवाली कई स्त्रियाँ हो गयीं ।
गार्गी और सुलभा जैसी स्त्रियाँ हो गयीं । गार्गी और सुलभा जैसी स्त्रियाँ भरी सभा
मे विद्वानों से शास्त्रार्थ करती थीं ।
हे भारत की नारी ! तू अपनी शान को फिर से बुलंद
कर ! फिल्मों की पाश्चात्य जगत के तुच्छ नाच- गान और फैशन की गुलाम मत हो वरन अपनी महिमा को पहचान ।
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