👉🏾सालों तक हिंदुओं को गुमराह करने के बाद अब सिद्ध हो गया कि साँईं बाबा मुस्लिम थे

साँईं बाबा मामले में ज्योतिष एवं द्वारकापीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में रिट दायर करने वाले मुंबई-साँईंधाम चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रमुख रमेश जोशी ने मीडिया से माफी मांगी है। शनिवार को परमहंसी गंगा आश्रम पहुंचे रमेश जोशी ने साईं से संबंधित विभिन्न साहित्य और साक्ष्यों-दस्तावेजों के आधार पर यह घोषणा भी की, कि साँईं मुस्लिम फकीर थे।

शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि, 
- साँँईं महोत्सव पर खर्च किए जाने वाले 1300 करोड़ रुपए की फिजूलखर्ची रोकी जाए* और इस पैसे का उपयोग महाराष्ट्र के लातूर क्षेत्र में खर्च किया जाए ताकि वहां पानी की दिक्कत को दूर किया जा सके।
- महाराष्ट्र सरकार द्वारा साईं संस्थान को दी जा रही 300 एकड़ अतिरिक्त भूमि पर भी आपत्ति की।
- भगवत गीता तथा दुर्गा चालीसा के स्थान पर *साँईं गीता और साईं दुर्गा चालीसा प्रकाशित कर श्रद्धालुओं को गुमराह किया जा रहा है।
साईं बाबा संस्थान निर्माण का उद्देश्य ही सनातनियों को बांट कर उन्हें मूल आस्था केन्द्र से दूर लाकर पहले सेकुलर और फिर धीरे धीरे इस्लाम में लाना ही रहा है।
समझे कुछ सेकुलरों 😲