किसी त्यौहार विशेष पर घर परिवार के किसी सदस्य की आकस्मिक मृत्यु होने पर उस घर में वो त्यौहार (भविष्य मेँ) नहीँ मनाया जाता, इसके बारे मेँ क्या तथ्य है? ==>> मृत्यू होना प्रारब्धपर निर्भर हैं। धर्मशास्त्र के अनुसार, घर के सदस्य की मृत्यू हो जाने के उपरांत १२ दिनों तक कोई त्यौहार नहीं मनाना चाहिए। उसी प्रकार उस वर्ष में आने वाले अन्य त्यौहार धूमधाम से न मनाते हुए वे अत्यंत सादेपन से मनाते हुए, उनके केवल रिती-रिवाज पूर्ण करने चाहिए।