"स्वाइन फ्लू" रूपी संकट से कैसे करें अपने परिवार की सुरक्षा ?? जानिए यह आसान उपाय! स्वाइन फ्लू से सुरक्षा हेतु सुरक्षा चूर्ण => स्वाईन फ्लू (Swine flu) यह सूअरों में पाया जानेवाला श्वसनतंत्र (Respiratory System ) का रोग है । यह स्वाइन फ्लू से संक्रमित सूअरों से उनके संपर्क में रहनेवाले मनुष्यों में प्रसारित होने की संभावना ज्यादा होती है । बाद में स्वाइन फ्लू से संक्रमित मनुष्यों के संपर्क में आनेवाले मनुष्यों को भी होने की संभावना रहती है | => जिनकी रोगप्रतिकारक शक्ति (immunity Power) कम होती है, उनको स्वाइन फ्लू का संक्रमण होने की संभावना ज्यादा होती है | => स्वाइन फ्लू से लक्ष्ण क्या हैं? बुखार आना (Fever), शरीर में थकान एबं कमजोरी ( Lethargy ), भूख की कमी ( Loss of Appetite खाँसी ( Cough ), नाक से पानी आना ( Runny Nose ), गले में खराश ( Sore Throat ) आदि लक्षण पाये जाते है किसी - किसी रोगी में उपर्युक्त लक्षणों के साथ में जी मिचलाना ( Nausea ), उल्टी होना (Vomiting), दस्त होना (Diarrhoea) आदि लक्षण देखे जाते हैं | => स्वाइन फ्लू से किसे ज्यादा खतरा है ? 1 ). 5 साल से कम आयु के बच्चे 2 ) . 65 साल से अधिक उम्र के लोग 3 ) . गर्भवती महिलाएँ 4 ) . बहुत लम्बे समय से किसी रोग से पीड़ित व्यक्ति , जिसकी रोग प्रतिकारक शक्ति कमजोर हो गई हो (जैसे कि, दमा (Asthma ), मधुमेह (Diabetes), हृदय रोग (heart disease) आदि ) I => स्वाइन फ्लू से बचने हेतु कुछ उपाय 1 ). संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनायें रखें | 2 ) . खांसते या छींकते समय नाक व मुँह पर रुमाल या टिशू पेपर रखे एवं बाद में टिशू पेपर कचरा पेटी में डालें | 3 ) . खांसने या छींकने के बाद हाथों को साबुन एवं पानी से अच्छी तरह धो लें l 4). साधारण मास्क का उपयोग भी स्वाइन फ्लू से बचने में मददरुप हो सकता है | 5 ) . यदि आप बीमार हो तो स्वस्थ होने तक घर पर ही रहें | 6) . घर में किसी को सर्दी…जुकाम, बुखार हो तो तुरंत वैद्यकीय सलाह लें | =>स्वाइन फ्लू (Swine flu) के संक्रमण के प्रति रोगप्रतिकारक शक्ति बढ़ाने हेतु अन्य उपाय 1 ). सुबह-शाम गोबर के कंडे या गौचंदन धूपबत्ती जलाकर उसमें घी की 2-3 बूंदें डालकर प्राणायम करें | 2). भोजन में ताजा, हल्का, सुपाच्य एवं पौष्टिक आहार लें । दही, फ्रिज की ठंडी चीजें, बासी भोजन, फास्टफूड, ज्यादा तेलवाली चीजें आदि न लें =>स्वाइन फ्लू (Swine flu) के संक्रमण के प्रति रोगप्रतिकारक शक्ति बढ़ाने हेतु सुरक्षा चूर्ण इस सुरक्षा चूर्ण के नियमित सेवन करने से स्वाइन फ्लू (Swine flu) के संक्रमण के प्रति रोगप्रतिकारक शक्ति (Immunity Power) बढ़ाने में मदद मिलती है I =>सुरक्षा चूर्ण सेवन विधि 2 साल तक के बच्चों को 125 mg ( 1-2 चुटकी ) सुबह-शाम शहद से चटायें | 2 साल से - 6 साल तक के बच्चों को 250 mg ( 3-4 चुटकी ) सुबह-शाम गुनगुने पानी या शहद से दें | 6 साल से - 12 साल तक के बच्चों को 750 mg ( 8-9 चुटकी ) सुबह-शाम गुनगुने पानी या शहद से दें | 12 साल से 18 साल तक 1 gm ( 1/4 चम्मच ) सुबह-शाम गुनगुने पानी या शहद से लें | 18 साल के उपर 1 1/2- 2 gm ( 1 /2 चम्मच ) सुबह-शाम गुनगुने पानी या शहद से लें | उपचार : नीम के पत्ते हटाकर जो उसकी डाली होती है ना... डंठली.. वो ११ डंठली (बच्चा है तो ७ और मोटा है तो २१) और ढाई काली मिर्च लेकर पत्थर पे जैसे चटनी बनाते हैं ना, (ऊपर ऊपर का जो छिलका है वो तो निकल जायेगा, गिरी गिरी बचेगी), वो चाट लें और पानी पी लें l तुलसी के पत्ते कभी खा लें, फ्लू में आराम होगा | - Pujya Bapuji Khargaon 25th Aug. 2009 video: http://www.ashram.org/MultiMedia/Videos/VideoPlayer/TabId/404/VideoId/8839/Natural-Ayurvedic-Remedy-For-Swine-Flu.aspx ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ Swine Flu का आयुर्वेदिक उपचार। नीम के पत्ते हटाकर जो उसकी डाली होती है ना... डंठली.. वो ११ डंठली (बच्चा है तो ७ और मोटा है तो २१) और ढाई काली मिर्च लेकर पत्थर पे जैसे चटनी बनाते हैं ना, (ऊपर ऊपर का जो छिलका है वो तो निकल जायेगा, गिरी गिरी बचेगी), वो चाट लें और पानी पी लें l तुलसी के पत्ते कभी खा लें, फ्लू में आराम होगा | - Pujya Bapuji Khargaon 25th Aug. 2009 www.ashram.org/HealthyLiving/HealthyLivingDetailedPage/tabid/1793/ArticleId/2841/-Swine-Flu.aspx