भारत को नष्ट करने के लिए कांग्रेस और ईसाई मिस्नरीयोँ का सोचा समझा षड्यंत्र।  

                           हिन्दू -मुसलमान रूपी बिल्ली को लड़ाकर दिल्ली में बन्दर रूपी ईसाई कि बनती है सरकार ! आपको जानकर आश्चर्य होगा कि पूरे देश में ईसाइयत को फैलाने में अब (पोस्ट) पिन कोड के आधार पर पुलिस अफसरों का तबादला हो रहा है जिस इलाके में धर्मांतरण जीतनी तेजी से बढ़ा है। उस इलाके में पुलिस अधिकारी ईसाई हो इस बात का भी विशेष ख्याल रखा जाता है ! भारतीय संस्कृति और भारतीय संतों को बदनाम करने कि सुपारी पेड़ मिडिया को दी जाती है और कुछ धर्मान्तरित हिंदुओं का नाम नहीं बदला जाता बल्कि उसको हरिद्वार और इलाहाबाद इत्यादि इलाके में प्रमोद क्रिष्नन, स्वामी अग्निवेश,साध्वी नंदनी इत्यादि लोगों को हिन्दू आश्रम बना कर साधू के वेश में बैठा दिया गया! जिनका भरण -पोषण का जिम्मा कुछ ईसाई एन जी ओ के हाथ में है इन सरकारी फर्जी साधुओं का काम है समाचार चेनलों पर बैठकर धर्मांतरण के विरोध में बोलने वाले संतों को रोज नई -२ काल्पनिक कहानी बनाकर गालियाँ देना ! फर्जी धर्म संसद बनाकर उनके विरोध में प्रस्ताव पास करना! और ईसाई फंडिंग से चलने वाला पेड़ मिडिया के एंकर कि जिम्मेबारी होती है कि डिबेट के दौरान ज्यादा से ज्यादा समय उस निर्दोष संत को हलके शब्दों से सम्बोधित कर अपराधी सिद्ध करे और उस मामले कि जांच अधिकारी और न्यायपालिका पर मनो -वैज्ञानिक दबाब बनाया जा सके ! फिर भी यदि किसी 'जज" ने या पुलिस अधिकारी ने ज़रा -भी सच का साथ देने कि कोशिस कि उसका तुरंत तबादला कर दिया जाता है ! ज्ञात हो कि संत श्री असारामजी बापू जी कि धर्मपत्नी और बेटी कि जमानत देने वाले "जज" का और अब श्री नारायण साई मामले में जांच अधिकारी का तबादला कर दिया गया !  पॉप जॉन पाल (CHRISTIAN RELEGION ठेकेदार या यूँ कहेँ दलाल) जब भारत में आकर सार्वजनिक तौर पर कहता है कि वह भारत को ईसाई साम्रज्य बनाना चाहता है। तब भारत में यूरोपीय फंड से चलने वाली मिडिया उसके गुणगान कर रही थी। वही सारी केंद्र सरकार उसकी चरणचंप्पी कर रही थी। तब भारत में कोई माई का लाल उसका विरोध नहीं कर रहा था। आज पॉप के सपने को साकार करने के लिए हादशे कि आड़ लेकर नेवी चीफ ऐडमिरल जोशी ने इस्तीफा लिया गया और आनन् -फानन में उसे स्वीकार कर उनकी जगह ईसाई चीफ बना दिया गया !!! विचारणीय है कि उडिशा के संत लछ्मणानन्द सरस्वती कि ह्त्या में शामिल ७ ईसाइयों में ४ केन्द सरकार के मंत्रियों के करीबी हैं। जयेँद्र सरस्वती को ह्त्या के झूठे आरोप में गिरफ्तार करने वाला ईसाई एस पी था। संत असारामजी बापू के खिलाफ झूठी चारजशीट कोर्ट में डालनेवाला पुलिस कमिश्नर ईसाई ...!!! आईएनएस सिंधुरत्न हादसे की जिम्मेदारी लेते हुए भारतीय नौसेना प्रमुख ऐडमिरल डीके जोशी ने इस्तीफा दे दिया है। रक्षा मंत्रालय ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। वाइस चीफ रॉबिन धवन को कार्यवाहक नौसेना अध्यक्ष बनाया गया है। ***************** ''पनडुब्बी खरीदी'' मे भी ''बड़ा घोटाला'' हो सकता है। इसलिये ऐसे ईमानदार ऑफीसर ने नोकरी छोड़ दी! प्रशासनिक अधिकारी इस देश मे एक तरह से बलि के बकरे ही होते है ! ''केंद्र-सरकार'' अपनी नाकामी छिपाने के लिये इन बकरो की किसी ना किसी वजह इनकी बलि देती रहती है, लेकिन मंत्री, एमपी, एमलए या नेता क्योँ नहीँ ! अपनी जिम्मेदारी स्वीकार कर भी कभी इस्तीफा नही देते !