वास्तविक जीवनकाल। एक बार किसीने एक वृद्ध संत से पूछा : “आपकी आयु क्या है ?” संत बोले : “आठ वर्ष।” वह आदमी आश्चर्यचकित हो के थोड़ी देर तक चुप रहा, फिर बोला : “महाराज ! मैं आपकी बात समझ नहीं पाया।” संत बोले : “मेरे जीवन के सत्तर वर्ष सांसारिक प्रपंच में बीते। अब केवल आठ वर्षो से सदगुरु की शरण लेकर ईश्वरप्राप्ति की ओर अग्रसर हुआ हूँ। जीवन का जितना समय ईश्वरप्राप्ति के लिए सेवा-साधना में लगा है, वही वास्तविक जीवनकाल है।” ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ