मित्रो 2 लाख से अधिक गौ माताओं की देखभाल कर रही पथमेड़ा गौशाला
विश्व की सबसे बड़ी देशी गायों की गौशाला है जो कि राजस्थान मे स्थित है ! ये वह
पावन भूमि है जिसे भगवान श्री कृष्ण ने कुरुक्षेत्र से द्वारिका जाते समय श्रावण
भादों के महीनों मे रुक कर वृन्दावन से लाई गायों के चरने वह विचरने के लिए चुना
था ! आपको जानकार हैरानी होगी 2 लाख गायों का प्रतिदिन का
खर्चा 1 करोड़ से अधिक है ! जी हाँ
पूरे एक करोड़ से ज्यादा का !! आप मोटा मोटा हिसाब लगा लीजिये इतनी महंगाई मे एक
गाय के तीन वक्त का चारा ,और साफ-सफाई का खर्च 100 रुपए से ज्यादा का है ! 2 लाख गाय है 100 से गुणा कर दीजिये = 20,000,000
(2 करोड़ रुपए )
प्रति दिन खर्चा एक साथ खर्चा करने पर मान लीजिये खर्चा कम पड़ता हो तो भी आराम से 1 करोड़ प्रतिदिन का होता है !! पथमेड़ा गौशाला मे फोन करके पूछ
लीजिये !!
मित्रो आज गौशालाओं पर
करोड़ो का कर्ज हो गया है क्या हमारा नैतिक कर्तव्य नहीं बनता की हम गौशाला द्वारा
निर्मित गव्या उत्पाद खरीदकर उनको आर्थिक सहयोग करे ?? हम शहरी लोग 1 गाय नहीं पाल सकते लेकिन
पथमेड़ा गौशाला वालों ने 2 लाख गायों के सरंक्षण की
ज़िम्मेदारी ले रखी है तो क्या हमें इनको आर्थिक सहयोग नहीं करना चाहिए ?? क्या सिर्फ गौ ह्त्या रोको ,गौ ह्त्या रोके
के नारों से गौ ह्त्या रुक जाएगी ?? या आप सब भी अपने सतर पर
कुछ करेंगे ?? सरकारों के भरोसे इस देश
मे गौह्त्या नहीं रुकने वाली लेकिन तब तक क्या हम अपने सतर पर भी प्रयास ना करें ?? मित्रो हम सब अपने सतर पर बहुत कुछ कर सकते है आज देश का
हजारों करोड़ रूपये हम साबुन ,टूथपेस्ट ,क्रीम ,शैंपू ,मंजन ,आदि बेचने वाली विदेशी
कंपनियो को दे रहे है और वो हमे रद्दी से रद्दी कवालिटी का समान बेच रहीं है !
क्वालिटी क्या होती है हमको पता नहीं ! टीवी पर बार-बार विज्ञापन देखा तो पहुँच
जाते है हम दुकानों पर और ले आते है विदेशी कंपनियो का कूड़ा उठाकर घर मे ! और कुछ
महानुभाव तो ऐसे है समान के सुगंध से ही कवालिटी का अंदाजा लगा लेते है product को हाथ मे पकड़ेंगे सुघेंगे जिसकी सुगंध अच्छी समझते है
बढ़िया quality !
विदेशी कंपनी वाले ये बात
अच्छे से समझते है इसलिए उत्पादो मे तीखी सुगंध और टाइट पैकिंग करते है !ऐसा मूर्ख
दिमाग हमारा बना दिया है इन विदेशी कंपनी वालों ने !! आपको जानकार हैरानी होगी
ज्यादातक विदेशी कंपनियो के समान मे जानवरों की चर्बी का तेल मिलाया जाता है जिसे pig tallow,beef tallow कहते है ,इसके अतिरिक्त बहुत से petrochemical
मिलाये जाते है
जो आपकी चमड़ी को रूखा बेजान ,बना डालते है !! कसम से
मित्रो अगर आपने कभी गौशालाओं मे निर्मित गव्य उत्पाद ( दूध ,दहीं ,घी गौ मूत्र आदि से बने
उत्पादों का प्रयोग एक बार कर लिया आप फिर कभी विदेशी कंपनियो का कचरा नहीं
खरीदेंगे ! इससे दो लाभ होंगे एक तो आपको अच्छी गुणवक्ता वाला समान प्रयोग करने को
मिलेगा ये शुद्ध सात्विक समान आपके शरीर की घर की शुद्धि करेगा ! और दूसरा आपका
पैसा अप्रत्क्ष ( indirect) रूप से गौशालाओ मे जाएगा
आप घर बैठे गौ रक्षा के कार्य मे जुड़ जाएंगे !
और याद रखे मित्रो आपका
धन अगर गौरक्षा ,गौ सेवा मे गया तो आपके
घर मे माँ लक्ष्मी का अखंडवास होगा ! आप मे से बहुत से लोग हर महीने 500 -1000 रूपये गौशालाओ मे नहीं दे सकते लेकिन आप जो ये 500-1000 रु का विदेशी कंपनियो का साबुन ,टूथपेस्ट ,क्रीम ,आदि लाते है अगर इनको हटाकर अगर गौशालाओ मे बना समान शुद्ध
सात्विक समान खरीदते है तो आप घर बैठे गौ रक्षा मे सहयोग कर सकते है !!
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