नवरात्रि विशेष - 
                  दुःख दर्द बढ़ गए, परेशानियाँ बढ़ गईं, रोग बीमारियाँ बढ़ गयी, मेहंगाई बढ़ गयी, तो क्या करना चाहिए? 

                 देवी भागवत के तीसरे स्कन्द में नवरात्रि का महत्त्व वर्णन किया है | मनोवांछित सिद्धियाँ प्राप्त करने के लिए देवी की महिमा सुनायी है, नवरात्रि के 9 दिन उपवास करने के शारीरिक लाभ बताये हैं | 
• शरीर में आरोग्य के कण बढ़ते हैं | 
• जो उपवास नहीं करता तो रोगों का शिकार हो जाता है, जो नवरात्रि के उपवास करता है, तो भगवान की आराधना होती है, पुण्य तो बढ़ता ही है, लेकिन शरीर का स्वास्थ्य भी वर्ष भर अच्छा रहता है | 
• प्रसन्नता बढ़ती है | 
• द्रव्य की वृद्धि होती है | 
• लंघन और विश्रांति से रोगी के शरीर से रोग के कण ख़त्म होते हैं नौ दिन नहीं तो कम से कम 7 दिन / 6दिन /5 दिन , या आख़िरी के 3 दिन तो जरुर उपवास रख लेना चाहिए | आखरी तीन दिन मतलब आज, कल और परसों दोपहर 3.05 बजे तक (इस साल ) 20, 21 और 22 (दोपहर 3.05 बजे तक )ऑक्टोबर ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ