यह है सच्चाई ... आरोपों की वास्तविकता – निलम दुबे जी – आश्रम प्रवक्ता।   
                   कई वर्षो से षड्यंत्रकारियों द्वारा झूठे आरोप लगवाकर तथा झूठी खबरें  चलवा के पूज्य बापूजी, श्री नारायण साँई, आश्रम व साधकों को बदनाम करने व  झूठे केसों में फँसाने के दुष्प्रयास किये जाते रहे है । पिछले 2.5 सालों  में तो इन आरोपों व झूठी कहानियों ने सारी हदें पार कर दी हैं । अनेक  मनगढंत कहानियाँ बनाकर मिडिया में चलायी गयी एवं झूठे आरोपों को खूब  बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया व छापा गया परंतु जब उन सबकी पोल खुली और सच्चाई सामने  आयी तो प्राय: उन्हें समाज तक नहीं पहुँचाया गया ।  उनमें से कुछ सच्चाइयों को आपके सामने रख रहे हैं "  महिला आश्रम पर अनर्गल आरोप लगाये जाने पर 'गुजरात महिला आयोग' ने महिला  आश्रम में घंटों तक पूछताछ व जाँच – पड़ताल की और क्लीन चिट दी, जिससे ऐसे  सभी आरोपों की पोल खुल गयी ।  जब आश्रम में तांत्रिक विधि किये जाने के आरोप लगाये गये, तब सीआईडी ने  आश्रम की जाँच करने के बाद गुजरात उच्च न्यायालय में शपथपत्र पेश कर कहा  : "आश्रम में तांत्रिक विधि नहीं होती ।" सर्वोच्च न्यायालय ने भी दिनांक  9-11-2012 को दिये फैसले में इस प्रकार के सभी आरोपों को पूरी तरह खारिज  कर दिया ।  छिंदवाड़ा गुरुकुल की 11 वीं तथा 12 वीं की छात्राओं के भागने व ख़ुदकुशी  करने की झूठी खबरें चलाये जाने पर पुलिस अधीक्षक, छिंदवाड़ा से RTI (सूचना  का अधिकार) के तहत जानकारी माँगी जाने पर उन्होंने स्पष्ट किया कि 'कोई  भी छात्रा गुरुकुल छोडकर नहीं भागी है और आज तक गुरुकुल की किसी बी  छात्रा ने ख़ुदकुशी नहीं की है ।'  जब मेरठ की एक छात्रा द्वारा आरोप लगाये जाने की खबरें चलायी गयी, तब  उसके पिता श्री शैलेष शुक्ला ने कहा कि बापूजी पर आरोप लगानेवाली  शाहजहाँपुर की लडकी के परिवार के लोग उन पर दबाव बना रहे थे कि वे (शैलेष  ) भी बापूजी के खिलाफ उनका साथ दें ।
                       जोधपुर पुलिस का जाँच अधिकारी  उन्हें दिन में 10 – 10 बार फोन करके बापूजी के खिलाफ बयान देने का दबाव  बना रहा था । उनके वा उनकी पुत्री के साथ बापूजी ने कोई गलत काम नहीं  किया है फिर वे क्यों बापूजी पर झुटा आरोप लगायेंगे ?  सुरत की दो सगी बहनों द्वारा आरोप लगवाये गये लेकिन बाद में उन्हीं में  से एक महिला ने गांधीनगर (गुजरात) कोर्ट में एक अर्जी डालकर षड्यंत्र का  पर्दाफाश करते हुए बताया कि उसने पहले बापूजी के खिलाफ जो बयान दिया था,  वह डर और भय के कारण दिया था । अब वह दूसरा बयान देकर केस का सत्य उजागर  करना चाहती थी | (देखें लिंक : http://goo.gl/vrZCk8 ,  http://goo.gl/N617mU  )  जब नारायण साँई द्वारा आरोप स्वीकार किये जाने की खबरें चलायी गयी, तब  नारायण साँई ने उन खबरों की पोल खोलते हुए मिडिया के सामने कहा कि "लडकी  के साथ रेप नहीं हुआ है " तथा उनके वकील ने भी खबरों का खंडन किया ।  सुरत डीसीपी शोभा भूतड़ा को धमकी दिये जाने के मामले में आश्रम को घसीटा  गया लेकिन जाँच करने पर पता चला कि धमकी देनेवाले शख्स का आश्रम से कोई  भी संवंध नहीं है ।  जम्मू आश्रम में बच्चों को दफनाने का आरोप जम्मू पुलिस की जाँच – पड़ताल  में निराधार साबित हुआ । षड्यंत्रकारियोंद्वारा बच्चों के कंकाल आश्रम  में गडवाने की साजिश रची जा रही थी, जिसका खुलासा स्टिंग ऑपरेशन में हुआ    और भी पूज्य बापूजी के ऊपर मनगढंत बहुत सारे आरोप लगाये लेकिन पूज्य  बापूजी के ऊपर अभीतक एक भी आरोप सिद्ध नही हुआ क्यों की बापूजी पूर्ण  निर्दोष है।  स्रोत- लोक कल्याण सेतु, मई 2015  ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ