कैसे हिंदुओं की आस्था के केंद्रों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.. ‪#‎ शंकराचार्य‬जयेन्द्र ‪#‎ सरस्वती‬जी को सन् 2004 में हत्या के फर्जी आरोप में नौ माह तक कारावास में रखा गया। ‪#‎ साईं‬बाबा संस्थान का 500 करोड़ रुपया पूर्व सरकार ने हड़प लिया । जिसे बाद में मदरसा एवं चर्चों में वितरित किया गया । ‪#‎ श्यामानंद‬जी की राजस्थान आश्रम की जमीन हड़पने के लिये पेय में नशीली वस्तु मिलाकर एक खरीदी हुई लड़की के साथ नशे की हालत में अश्लील हरकतों की फिल्म बनाकर उन्हें बदनाम किया गया । बाद में वे निर्दोष साबित हुए। ‪#‎ अमृतानंदमयी‬(अम्मा)-रेडलाईटएरिया से संबंधित बताकर उनकी पावन छवि को कलंकित करने का प्रयास किया गया । ‪#‎ कृपालुजी‬महाराज पर 85 वर्ष की उम्र में (मई 2007 में) यौन-कुकृत्य का सम्पूर्ण निराधार आरोप लगाकर बदनाम किया गया जो आरोप बाद में मिथ्या प्रमाणित हुआ। ‪#‎ सत्य‬साईं बाबा 90 वर्ष से भी अधिक उम्र वाले वृद्ध संत पर (कुछ वर्ष पहले) मिशनरियों ने इंडिया टुडे पत्रिका के संपादक को खरीद कर समलैंगिकता का गन्दा आरोप लगाया । फिर 2008-09 में कम्प्युटराइज्ड छवियों से उनको पाखंडी करार देकर मीडिया द्वारा दिन-रात उनको बदनाम किया गया। ‪#‎ बाबा‬गुरमीत सिंह जी पर सन 2008 में यौन शोषण का आरोप तथा केस चलाया गया , वे भी बाद में निर्दोष साबित हुए । ‪#‎ साध्वी‬ ‪#‎ प्रज्ञा‬सिंह ठाकुर जी को सन 2006-2008 में मालेगाँव मस्जिद में बम ब्लास्ट का झूठा आरोप लगाकर जेल में कैद कर लिया गया। अभीतक एक भी सबूत नही मिला है फिर भी जमानत नही मिल रही है। ‪#‎ असीमानंद‬जी ने धर्मान्तरित हिंदुओं को घरवापसी करायी ।उनके गुप्तांग में बिजली के शाट लगाये गये तथा मुँह में गौ-माँस घुसाया गया था। अभीतक आरोप सिद्ध नही होने के बाद भी जेल में रखे गये है। ‪#‎ नित्यानंदजी‬को Computerised sex scandal के तहत मीडिया द्वारा बदनाम करने का भरसक प्रयास किया गया। ‪#‎ पायलट‬बाबा, किरीटभाई, डॉ. रामविलास वेदान्ती, ‪#‎ स्वामी‬प्रज्ञानंद आदि आदि संतों पर 2007 मई में "ऑपरेशन माया” नामक कार्यक्रम के तहत कमीशन खोरी का आरोप लगाकर मीडिया द्वारा उन्हें देशभर में बदनाम किया गया। ‪#‎ लक्ष्मणानंद‬सरस्वती जी को 2008 जन्माष्टमी की पावन रात को 4 अनुयायियों के साथ ईसाई माओवादियों ने अत्यंत अमानुषिक ढंग से हत्या कर दी थी। और ज्ञान की विभूति संत ‪#‎ आसाराम‬जी ‪#‎ बापू‬को ‪#‎ ईसाई‬मिशनरियों द्वारा फ़साने का भरसक प्रयास किया गया। जब किसी भी तरह संत आशारामजी बापू उनके चुंगल में नही फंसे तो एक घिनौने षड़यंत्र के द्वारा उनकी छवि धूमिल करने का भरसक प्रयास किया जा रहा है, ताकि समाज उनसे लाभान्वित न हो सके। कैद संत ‪#‎ आसारामजी‬बापूजी पर आज तक कोई भी आरोप सिद्ध नही हुआ । क्या किसी ‪#‎ मौलवी‬या ‪#‎ पादरीओ‬पर आरोप लगाना या जेल में रखा जा सकता है??? आज कितने किस्से सुनने को मिलते है ‪#‎ पादरियों‬और ‪#‎ मौलवियों‬के दुष्कृत्य के। लेकिन कुछ ही समय में सब शांत हो जाता है। किसी न्यूज़ या सरकार द्वारा कहीं कोई गतिविधि देखने को नही मिलती उस दिशा में। क्या सिर्फ हमारे ‪#‎ हिन्दू‬संत ही गलत है..??? क्यों हमारे हिन्दू संस्कृति ‪#‎ रक्षक‬संतों के साथ ही गलत होता आया है...??? इसके जिम्मेदार कहीं न कहीं हम खुद है। आज अगर हिन्दू संगठित होता तो हमारे संतो को इतना न सहना पड़ता जो उन्होंने सहन किया है। ‪#‎ संस्कृति‬प्रेमी, ज्ञानपूर्ण मस्तिष्क संपन्न, संत स्वभाव वाले महान व्यक्तित्व के धनी डॉ. ‪#‎ राजीव‬ ‪#‎ दीक्षित‬को धीमा जहर देकर हत्या कर दी गई थी। आज ‪#‎ गौ‬-वध पर सब्सिडी दे कर देश में गौ- हत्या को प्रोत्साहित किया जा रहा है। ‪#‎ मुसलमानों‬को #हज यात्रा में आर्थिक मदद की जाती है परन्तु कैलाश-मानसरोवर यात्रा में हिंदुओं से कर वसूली की जाती है। आस्था के केंद्रों के साथ ऐसा ही चलता रहा तो वो दिन दूर नही जब हिन्दू धर्म के ऊपर किसी और धर्म का अधिपत्य होगा और देश पुनः बंदी बना लिया जायेगा । बहुत देर हो जायेगी...!!! ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ