प्रेम और विश्वास कैसे बढ़े ? प्रेम का बाप है विश्वास और विश्वास का बाप है सच्चाई। पति-पत्नी को एक दूसरे से सच्चाई से पेश आना चाहिए। पत्नी एक बार झूठ बोलेगी, दो बार, पाँच बार, दस बार तो आखिर पति भी तो रोटी खाता है, उसे पता चल जायेगा। पति भी दस बार झूठ बोलेगा तो आखिर पत्नी भी तो रोटी खाती है, पति की भी पोल खुल जायेगी। इसलिए एक-दूसरे को झाँसा देकर पटा के नहीं जीना चाहिए। सच्चाई से बोल दो कि ‘देखो, तुमको सुनकर अच्छा तो नहीं लगेगा लेकिन मेरे से ऐसा हो गया… मैं सत्य बोलता हूँ।’ घुमा फिराकर आप जितना दूसरों के सामने अच्छा दिखने का दिखावा करोगे, उतनी ही आपकी उस ‘अच्छाई’ की पोल खुल जायेगी। लेकिन सच्चाई से जितने तुम अच्छे दिखोगे, उतना ही तुम्हारे प्रति दूसरों में विश्वास बढ़ेगा। ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ