पाँच राष्ट्रीय भ्रम और उनकी वास्तविकता।
1. भारत एक गरीब देश है
2. भारत मे लगभग 5% लोग ही टैक्स भरते है
3. सब लोग बेईमान है
4. भ्रष्टाचार नही मिट सकताभ्रष्टाचारी ही देश पर शासन करेंगें
5. विदेशी पूंजी निवेश के बिना देश मे विकास एवं रोजगार सम्भव ही नहीं

1. भारत एक गरीब देश है !
                     कोरा झूठ । तथ्य: भारत दुनिया का सबसे ताकतवर एवं अमीर देश है। यह एक बहुत बडी सच्चाई है की दुनिया के अधिकांश विकसित देशो के लोग कमजोर है परन्तु वहाँ का नेतृत्व कायरबुजदिल एवं भ्रष्ट है तथा कानुन कमजोर है। भारत के स्थानीय निकायोराज्य सरकारो एवं केन्द्र सरकार का कुल बजट 20 लाख करोड रुपये है। और यह 20 लाख करोड का बजट तो तब है जबकि देश मे चारो तरफ भ्रष्टाचार शिखर पर है। इस देश मे भ्रष्टाचार न हो तो भारत देश का कुल बजट 35-40 लाख करोड हो सकता है। आप ही सोचे आप ही निर्णय करे की क्या एक गरीब देश का इतना बजट हो सकता है। जानबुझकर देश के भ्रष्ट एवं बेईमान नेतओ ने देश को गरीब बनाना हुआ है। देश से यदि भ्रष्टाचार मिट जाए तो देश मे एक भी व्यक्ति बेरोजगार व गरीब नही रह सकता। एक षड्यंत्र के तहत लोगो को बेरोजगार गरीब एवं अनपढ बनाया हुआ है। जिससे की भ्रष्ट शासक देश के गरीबबेरोजगारअनपढ एवं अशिक्षित लोगो पर मनमाने ढंग से शासन कर सके अथवा लोकतन्त्र के नाम पर तानाशाही कर सके।

2. भारत मे लगभग 5% लोग ही टैक्स भरते है!
                  सफेद झूठ्। वास्तविकता : भारत मे 100% लोग टैक्स देते है। जो भी देशवासी तन पर दो कपडे ओढता है या साल मे एक दो बार साबून प्रयोग मे लाता है अथवा जूते चप्पल पहनता है अथवा बाजार मेदुकान पर जाकर वह जीवन की जरुरी प्रयोग की वस्तु आटानमकटूथपेस्टतेलमसालेकागजकलमलोहासीमेंट आदि खरीदता हैतो इन सब वस्तुओ पर वह वैट/एक्साइज आदि ड्यूटी भरकर ही दुकानदार से क्रय करता है। एक आम आदमी भी स्टैम्प ड्यूटीपीने के पानी पर टैक्सगृहकर सीवेज टैक्सरोड टैक्ससर्विस टैक्ससेल टैक्स अर्थात किसी न किसी प्रकार का टैक्स जीवन भर जरुर देता हैतो क्या यह सफेद झुठ नहीं है की मात्र पाँच प्रतिशत लोग ही टैक्स भरते है! ये झूठा भ्रम/प्रचार एक षड्यंत्र के तहत इसलिए किया जाता है की देश के बेईमान लोग यदि लुटे तो कोई आवाज ना उठाये। उनकी आवाज दबाने के लिए ही यह झूठ बोला जाता हैताकि जब कोई इन भ्रष्ट बेईमानों से टैक्स मनी के रुप मे दिये गये टैक्स का हिसाब माँगे तो ये भ्रष्ट लोग कह सके की तुम तो टैक्स ही नही देतेतुम हिसाब मांगने वाले कोन होते हो ?

3. सब लोग बेईमान है !
                 सबसे बडा षड्यंत्र । सच्चाई : भारत मे 99% आम व्यक्ति ईमानदार है अथवा ईमानदारी से जीना चाहते है। इस तरह के झूठ को की सब लोग बेईमान हैंइस तरह फैलाया गया है कि एक देशभक्तईमानदार एवं चरित्रवान भारतीय व्यक्ति के मन मे यह भ्रम गहरा हो गया है कि सब बेईमान हैं । अविश्वास गहरा है । जबकि हकीकत यह् है कि भारत के आम जन 99% ईमानदार हैं या ईमानदारी से जीना चाहते है और देश के जनप्रतिनिधि अर्थात तथाकथित नेता एम पीएम एल ए आदि लगभग 99% बेईमान है। इन 99% भ्रष्ट एवं बेईमान नेताओ ने अपनी बेईमानी छुपाने के लिए देश की 99% ईमानदार प्रजा को बेईमान प्रजा कहकर बहुत बडे झूठ के तहत देश के लोगो को झूठा एवं बेईमान बनाने का षड्यंत्र रचा है। जिस दिन देश के यह संवेदनशीलजागरुकराष्ट्र्भक्तईमानदार ये 99% लोग संगठित हो जायेंगेउस दिन ये 1% बेईमान लोग बेनकाब हो जायेंगे । और भारत बेईमानो का देश नही अपितु ईमानदारो का देश कहलायेगा।

4. भ्रष्टाचार कभी नहीं मिट सकताभ्रष्टाचारी ही देश का शासन करेंगे!
                 गहरी साजिश। संकल्प : राष्ट्र्वादीईमानदार लोग ही देश पर शासन करेंगे भ्रष्टाचारी लोग ही देश पर शासन करेंगे। यह झूठ भी एक साजिश के तहत बोला जा रहा है। जिससे कि ईमानदारदेशभक्त लोग कभी सत्ता मे नहीं आ सकते। और एक के बाद दूसरा बेईमान सत्ताओ के सिंहासन पर बैठकर बेरहमी एवं बेदर्दी के साथ देश को लुटेगा। इस देश मे देशभक्तईमानदारपढे-लिखेचरित्रवान एवं जिम्मेदार लोग भी हैजो देश को - भ्रष्टाचार मुक्तश्रेष्ठ शासन दे सकते है। तो समस्त देशवासियों के मन मे एक सहज प्रश्न उत्पन्न होता है की क्या अच्छे व चरित्रवान लोग संगठित हो पायेंगे क्या ईमानदार लोग एम एल एएम पी नही बन पायेंगे इसका सीधास्पष्ट एवं यथार्थ उत्तर है कि देश को नेतृत्व देने की क्षमता रखने वाले देशभक्तचरित्रवान लोग तो है लेकिन देशभक्तचरित्रवानईमानदार लोग संगठित नहीं है। जो उनको वोट देकर सत्ताओं के सिंहासन पर पहुँचा सके।

5. विदेशी पूंजी निवेश के बिनान तो देश का विकास संभव है और न ही देश मे रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे! एक प्रायोजित झूठ्।
                    विश्वास : संसाधनो का 100% उचित उपयोग होने से होगा राष्ट्र का विकास और नही रहेगा कोई बेरोजगार। यह भी देश को लूटने का एक प्रायोजित झूठ एवं षड्यंत्र है कि विदेशी पूंजी निवेश के बिना देश का विकास नहीं होगा। जबकि हकीकत यह है की देश की पूंजीभ्रष्टाचार मे बर्बाद नही हो तो देश का एक भी व्यक्ति बेरोजगार नही रहेगा एवं यदि बेईमान लोगो के पास पूंजी जमा न हो करके जब देश के ढांचागत विकास एवं व्यवसाय लगेगी तो देश मे इतनी समृद्धि आयेगी कि हम दूसरे देशो को पैसा ब्याज पर देने की स्थिति मे होंगे। और भारत विश्व की सबसे बडी आर्थिक महाशक्ति के रुप मे सम्मान के साथ खडा हो जायेगा।