प्रश्न : बाल संस्कार में कुछ बच्चे तो काफी निर्भय होते हैं और कुछ बच्चे तो डर के कारण बोल नहीं पाते, उनके डर निवारण का उपाय क्या है ? उत्तर :जो निर्भय होते हैं वो तो ठीक हैं, लेकिन डर के कारण जो बच्चे बोल नहीं पाते उनको “जीवन रसायन” पुस्तक दिलवा दो | वो पढ़ें और प्राणायाम करें, फिर १० अनुलोम-विलोम कर लें, फिर ७ कुम्भक करें, बहिर्कुम्भक, अभ्यंतर कुम्भक और फिर ॐकार का गुंजन करें | बस कितना भी डरपोक बच्चा हो, निर्भीक हो जायेगा | लेटकर योनि को संकोचित किया, प्रसरित किया, संकोचित किया, प्रसरित किया, इसको अश्विनी मुद्रा कहते हैं | इस अश्विनी मुद्रा से पेट की खराबियाँ भाग जाती हैं | कब्जियत की बीमारियाँ भाग जाएँगी | शराब-कबाब की जो गंदी आदत है किसी को, अपने बाल संस्कार वाले बच्चो के लिए नहीं, आम आदमी को, तो ये शराब-कबाब की गंदी आदतों में जो फंसे हैं उसमें से छूटने के लिए भी “युवाधन पुस्तक”, “जीवन विकास पुस्तक” का थोड़ा आश्रय ले लें, और ये योनि संकोचन- प्रसरण, ५०-६० बार किया सुबह लेटकर तो कब्जियत की बीमारी, पेट की तकलीफ़ें और पाचन तन्त्र ठीक होने से आम की बीमारियाँ भी ठीक हो जाएँगी | वात, पित्त और कफ़ ये त्रिदोष नाश हो जायेगा | “युवाधन” और “जीवन विकास पुस्तकों” का आश्रय लें और प्राणायाम करें | अश्विनी मुद्रा करें, शौच जाने की योनि को संकोचा प्रसरण किया | इसको अश्विनी मुद्रा इसलिए कहते हैं कि घोड़ा इसका बड़ा फायदा लेता है | घोड़ा जब पेट साफ़ करने की घड़ी आती है तो संकोचन, प्रसरण करता है, इसलिए सब इलेक्ट्रिकल इंस्ट्रूमेंट में भी घोड़े का यश गाया जाता है | २ हॉर्स पावर, ५ हॉर्स पावर, ५० हॉर्स पावर | हॉर्स इतना प्रसिद्ध हो गया इस अश्विनी मुद्रा से | ताकत बढ़ेगा, स्वास्थ्य बढ़ेगा | एक पशु संकोचन करता है तो उसके नाम की करोड़ों मोटरें बन गईं | पाचन का पावर बढ़ेगा, त्रिदोष नाश होगा तो सारे पावर बढ़ेंगे | हॉर्स मुद्रा करो तो हॉर्स पावर बढ़ेगा |