ब्रेकिंग न्यूज़ : दिल्ली की जिस ‪KALPANA‬ ‪NGO ‬ने पूज्य संतश्री
आशारामजीबापू के खिलाफ बोगस केस डाला है , वो क्रिस्चियन मिशनरीज द्वारा
पोषित है। ऐसी कई NGO ने नरेन्द मोदी जी को भी बदनाम करने की कोशिशि की
है।
1. ना वैधानिक पंजीकरण,ना DWC में RIC पंजीकरण,ना 10 वर्षो से वार्षिक
रिपोर्ट का ब्यौरा, सदस्य क्रिस्चियन. कुछ बाकि रहा क्या?
2. दिल्ली सोसाइटी रजिस्ट्रार- हमारा ऑफिस वर्क 5 डे वीक स्कीम है। फिर
कल्पना का पंजीकरण शनिवार को कैसे संभव है?
3. पिछले 10 वर्षो से कल्पना ने अपने लेखा-जोखो का नहीं दिया रिकॉर्ड
दिल्ली सोसाइटी रजिस्ट्रार को, मतलब ...?
4 . लड़की ने चुनी ऐसी NGO जो नहीं है विधिवत पंजीकृत, क्या यह पूर्व
निश्चित नहीं था?
5. According to IB report, more than 21K of 43,527 NGOs registered
under FCRA didn't file their annual returns for F12
6. आईटी डिपार्टमेंट क कहना है की कलपना NGO ने कभी भी रिटर्न्स फाइल
नहीं की और ना ही उनके पास कोई rape पीडितो को मदत करने का कोई रिकॉर्ड
है। मुंबई। करोड़ों हिंदुओं के आराध्य संत आसाराम बापू को पूर्ववर्ती
संप्रग सरकार ने जानबूझ कर षड़यंत्रों के तहत फँसाया था और आजतक उनके
खिलाफ लगाए गए आरोप साबित नहीं हो सके हैं। वर्तमान मोदी सरकार भी इस
मामले में कोई पहल नहीं कर रही है, ताकि बापू को जमानत मिल सके। हिंदू
जनजागृति समिति, विधिज्ञान परिषद के राष्ट्रीय सचिव संजीव पुनालेकर ने ये
बातें एक पत्रकार परिषद में कहीं। उन्होंने राजस्थान की जोधपुर पुलिस पर
आरोप लगाया है कि वह जानबूझ बापू पर लगाए गए आरोपों से संबंधित आरोप पत्र
पेश नहीं कर रही है और उन्हें जमानत से वंचित किया जा रहा है। पुनालेकर
ने कहा कि आज उन लोगों को जमानत मिल जा रही है जो गंभीर आरोपों के तहत
गिरफ्तार हुए हैं, लेकिन बापू के मामले में जानबूझ कर हीलाहवाली की जा
रही है। उन्होंने कहा कि यह सब हिंदू धर्माचार्यों के बारे में ही किया
जा रहा है। बापू की जोधपुर में गिरफ्तारी हिंदू संतों को बदनाम करने का
एक सुनियोजित प्रयास है।
कब मिलेगी जमानत :-
> वकील, धार्मिक संगठन और समाजसेवी फिर उतरे आसाराम बापू के बचाव में
> बलात्कार के आरोप फर्जी, एक भी साक्ष्य नहीं
> हिंदू संतों को बदनाम करने की साजिश
> मोदी सरकार रिहा कराएगी बापू को!


विदेशी कंपनियों का षड्यंत्र :-
पुनालेकर ने आरोप लगाते हुए कहा कि आसाराम बापू ने जब लोगों को
पेप्सी-कोला की जगह दूध-दही का सेवन करने की सलाह दी, तो इन विदेशी
कंपनियों के व्यावसायिक हित प्रभावित होने लगे और उन्होंने संप्रग सरकार
के साथ मिलकर बापू के खिलाफ षड्यंत्र रचा और उन्हें बलात्कार जैसे गंभीर
आरोपों के तहत गिरफ्तार करवा दिया। केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार के आने
के बाद एक उम्मीद की किरण दिखी है। हमारा मानना है कि मोदी सरकार बापू को
न्याय दिलाने का प्रयास करेगी। हालांकि सरकार द्वारा अब तक ऐसा नहीं किया
गया है।

० संदिग्ध संस्था :-
पुनालेकर ने कहा कि जोधपुर बलात्कार मामले में दिल्ली की जिस गैर सरकारी
स्वयंसेवी संस्था 'कल्पना' ने पीड़िता लड़की की काउंसिलिंग का दावा किया है
उसकी विश्वसनीयता अपने आप में ही संदिग्ध है। संस्था यह तक बता पान में
असमर्थ रही है कि आज तक उसने कितनी बलात्कार पीड़ित महिलाओं की काउंसलिंग
की है। इस मामले में जोधपुर सेशन कोर्ट में ट्रायल के दौरान किरण झा
ठाकुर ने अपने एनजीओ को दिल्ली महिला आयोग से क्राइसिस इंटरवेंशन सेंटर
फॉर रेप विक्टिम्स के लिए अधिकृत होना बताया है। लेकिन चौंकाने वाली बात
तो यह है कि दिल्ली महिला आयोग ने 'कल्पना' को इस कार्य के लिए अधिकृत
होने के बारे में साफतौर लिखित में इनकार कर दिया है। इस बात का खुलासा
आरटीआई के जरिए हुआ है।


० नाबालिग नहीं पीड़िता :-
लड़की के बलात्कार के मामले में बापू को जमानत नहीं दी रही है उसकी आयु को
भी जानबूझ कर 18 वर्ष से कम दिखाया गया है। जोधपुर पुलिस को यह बात पता
होने के बावजूद भी छुपाती रही है। ट्रायल में शिकायतकर्ता लड़की की दो
जन्म तिथियों का होना भी निकल कर आया है, जिसे शिकायतकर्ता लड़की के
अभिभावक आमतौर किसी भी व्यक्ति की दो जन्म तिथियाँ बताकर बचाव करते आए
हैं। लेकिन लड़की के सोशल मीडिया फेसबुक अकाउंट पर उसकी सही आयु का होना
भी पता चला है, जिससे लड़की बालिग ठहरती है। इससे पोस्को जैसा एक्ट लगाना
आयु के विषय में जांच करने से इनकार करती रही है। अभियोजन पक्ष यह
स्वीकार कर रहा है कि लड़की के मौखिक बयानों के अलावा कोई भी साक्ष्य बापू
के खिलाफ नहीं है।

० जमानत के लिए मांगी गई थी रिश्वत :-
पुनालेकर ने कहा कि आतंकी हरकतों में लिप्त संजय दत्त को राजनीतिक रसूख
के चलते जमानत मिल जाती है और बलात्कार तथा छेड़छाड़ के आरोपों में
गिरफ्तार हुए तरुण तेजपाल को जमानत मिल जाती है, लेकिन बापू के मामले में
देश के महाधिवक्ता से सलाह मांगी जाती है और जमानत नहीं दी जाती है।
पत्रकार परिषद में जोधपुर के सामाजिक कार्यकर्ता ईश्वर प्रसाद खंडेलवाल
ने कहा कि बापू की जमानत के लिए 13 करोड़ रुपए की रिश्वत की मांग की गई
थी, लेकिन इनकार करने के बाद उन्हें जमानत से वंचित कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि राजस्थान के एक अभियोजन अधिकारी ने बापू के साथ काम करने
वाले लोगों से रिश्वत के लिए संपर्क किया था, लेकिन उन्होंने रिश्वत देने
से इनकार कर दिया। ‪‬‪